आश्विन महीने में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा का त्योहार मनाया जाता है। इसे विजयादशमी और रावण दहन के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध किया था। इस साल दशहरा का पर्व 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस त्योहार पर कुछ सरल से उपाय कर जीवन की कई परेशानियों से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं।
नेगेटिविटी दूर करने के लिए : दशहरा पर घर में उत्तर-पूर्व दिशा में शमी का पौधा लगाएं। इससे घर में सकारात्मकता का वास होगा और नेगेटिव ऊर्जा दूर होगी।
साढ़े साती व ढैय्या से राहत : दशहरा पर सरसों के तेल में तिल मिलाकर दीपक जलाएं। इससे शनिदेव की कृपा तो प्राप्त होगी ही साथ ही साढ़े साती व ढैय्या से राहत मिलेगी।
बुरी नजर के लिए : बुरी नजर उतारने के लिए 7 लौंग, 7 कपूर और 5 तेजपत्ते लेकर जला दें। इसके बाद धुंआ पूरे घर में दिखा दें। इससे बुरी नजर का प्रभाव कम हो जाता है।
शनि दोष से मुक्ति के लिए : शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए दशहरा पर कर्मफलदाता शनिदेव और हनुमान जी की पूजा करें। इससे जीवन की समस्याएं दूर होंगी और शनि दोष से छुटकारा मिलेगा।
ग्रह दोष दूर करने के लिए : ग्रह दोष से छुटकारा पाने के लिए दशहरा पर घर में राम दरबार की स्थापना करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से इससे रुके कार्य पूरे होते हैं और ग्रह दोष दूर होता है।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए : दशहरा पर रावण दहने के बाद जरूरतमंद लोगों को कपड़ों और अन्न का गुप्त दान करें। इससे धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।
विजय प्राप्ति के लिए : दशहरे के दिन शमी के पेड़ की पूजा करना बहुत शुभ फलदायी माना गया है। इस दिन शमी के पेड़ की पूजा कर दीपक जलाने से सौभाग्य में वृद्धि होती है और पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में सफलता प्राप्त होती है। अगर कोर्ट में केस चल रहा है, तो उसमें भी विजय प्राप्त होती है।
अच्छी सेहत के लिए : अगर किसी बीमारी से परेशान हैं या संकट खत्म नहीं हो रहा है तो एक साबूत पानीदार नारियल लें और उसको अपने ऊपर से 21 बार वार लें। फिर उस नारियल को जहां रावण दहन हो रहा हो, वहां आग में डाल दें। नारियल को घर के सभी सदस्यों के ऊपर भी वार सकते हैं। ऐसा करने से परिवार पर जो भी संकट आता है, वह दूर हो जाएगा और बीमारियों से मुक्ति भी मिलेगी।
आर्थिक संकट दूर करने के लिए : दशहरे के दिन अगर नीलकंठ के दर्शन हो जाएं, तो यह बहुत शुभ माना जाता है। साथ ही रावण दहन के बाद गुप्त दान करना और लक्ष्मी माता का ध्यान कर झाड़ू दान करना बहुत लाभदायी माना गया है। ऐसा करने से आर्थिक संकट दूर होता है और जीवन में शुभता बढ़ती है।