शास्त्रों के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को ब्रह्माण्ड का सबसे पहला शिल्पकार या इंजीनियर माना जाता है। वे भगवानों के शिल्पकार थे, उन्हीं के द्वारा भगवान के अस्त्र-शस्त्र और भवन का निर्माण किया गया था। कहते हैं विश्वकर्मा पूजा के दिन भगवान के साथ-साथ मशीन, अस्त्र आदि की पूजा करने से काम में सफलता और बाधाएं दूर हो जाती हैं। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार हर साल कन्या संक्रांति यानी जब सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करते हैं, तो उस दिन विश्वकर्मा पूजा की जाती है। इस दिन ऑफिस, फैक्ट्री, अस्त्र-शस्त्र की विधिवत पूजा करने का विधान है। इसके अलावा अगर बिजनेस में लगातार घाटा हो रहा है, तो विश्वकर्मा पूजा के दिन कुछ खास ज्योतिषीय उपाय करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
हर क्षेत्र में सफलता पाने के लिए : अगर हर क्षेत्र में सफलता पाने के साथ काम में आ रही अड़चनों से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो विश्वकर्मा पूजा के दिन तुलसी के आसपास मौजूद खरपतवार को तोड़कर एक पीले कपड़े में बांधकर अपने गले या फिर दाएं बाजू में बांध लें।
व्यापार में लाभ के लिए : अगर व्यापार में अपार मुनाफा चाहते हैं, तो विश्वकर्मा पूजा के दिन कुष्ट रोगियों को पेय पदार्थ बांटना चाहिए। साथ ही कुंवारी कन्याओं को लड्डू देना चाहिए और गाय को हरी घास खिलानी चाहिए। इससे व्यापार में तरक्की होगी।
धन लाभ के लिए : अगर पैसों की तंगी का सामना करना पड़ रहा है, तो विश्वकर्मा पूजा के दिन उन्हें हरी मिठाई का भोग लगाने के साथ इसका दान करें। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाएगी।
स्वास्थ्य में सुधार के लिए : अगर स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार का कोई सुधार नहीं हो रहा है, तो विश्वकर्मा पूजा के दिन अपना छाया दान अवश्य करें। इससे लाभ हो सकता है और जीवन में आने वाले सभी संकट दूर हो सकते हैं। साथ ही शुभ फलों की भी प्राप्ति हो सकती है।
नौकरी में तरक्की के लिए : विश्वकर्मा पूजा के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान विश्वकर्मा की पूजा करें, उन्हें फूल, हल्दी, कुमकुम, नारियल अर्पित करें। इस दिन कुष्ट रोगियों को फल, जल या अन्न पेय पदार्थ बांटें। मान्यता है इससे नौकरी में तरक्की के रास्ते खुलते हैं।