भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ 6 सितंबर को दोपहर 3 बजकर 1 मिनट पर होगा और इस तिथि का समापन अगले दिन 7 सितंबर शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, इस वर्ष गणेश चतुर्थी का शुभारंभ 7 सितंबर, दिन शनिवार से होगा। इसी दिन श्री गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना होगी और व्रत रखा जाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस दिन भगवान श्री गणेश का प्राकट्य माना जाता है। शास्त्रों में जीवन को सरल और सफल बनाने के लिए गणेश चतुर्थी पर किए जाने वाले कुछ उपाय के बारे में बताया गया है। इन उपायों के करने से जीवन के सभी विघ्न दूर होते हैं और भाग्य का साथ मिलता है। आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी पर किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में…
इस उपाय से दूर होंगे सभी विघ्न
जीवन में उन्नति और सौभाग्य प्राप्ति के लिए गणेश चतुर्थी के दिन कुम्हार के चाक से थोड़ी से मिट्टी लें और अंगूठे बराबर भगवान गणेश की मूर्ति बना लें। बाद चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें और ‘ॐ ह्रीं ग्रीं ह्रीं’ मंत्र का 108 बार जप करें। यह लगातार अनंत चतुर्दशी यानी 10 दिन तक करते रहें। ऐसा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और सकारात्मक शक्ति आसपास बनी रहती है।
इस उपाय से आर्थिक समस्याएं होती हैं दूर
आर्थिक समस्याओं से परेशान हैं, तो गणेश चतुर्थी के दिन 22 दूर्वा को एक साथ जोड़ लें और 11 जोड़े तैयार कर लें। ध्यान रहे कि एक गांठ दो दूर्वा से बनती है। इसके बाद 11 गांठों को भगवान गणेश के माथे से छूकर चरणों में अर्पित कर दें। बाद गंध, फूल, दीप, धूप आदि चीजें अर्पित कर दें। इस प्रक्रिया को अनंत चतुर्दशी तक करते रहें। ऐसा करने से भगवान श्री गणेश की कृपा प्राप्त होती है और धन संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
इस उपाय से अड़चन होती है दूर
नौकरी व व्यवसाय में उन्नति के लिए गणेश चतुर्थी के दिन घर में पीले रंग की गणेशजी की प्रतिमा स्थापित कर पूजन करें। गणेश पूजन में हल्दी की पांच गांठ चढ़ाएं और फिर ‘श्री गणाधिपतये नम:’ मंत्र का जप करें। बाद 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर हर दूर्वा को चढ़ाते समय ‘श्री गजवक्त्रं नमो नम:’ मंत्र का मन ही मन जप करते रहें। यह अनंत चतुर्दशी यानी 10 दिन तक करते रहें। ऐसा करने से उन्नति के द्वार खुलते हैं और सफल होने के रास्ते में आ रही अड़चन दूर होती है।
इस उपाय से बनते हैं विवाह के योग
बेटी के विवाह में अड़चन आ रही है तो गणेश चतुर्थी पर विवाह की कामना करते हुए भगवान गणेश को मालपुए का भोग लगाएं और पूरा परिवार एक साथ प्रार्थना करें। अगर बेटे के विवाह में अड़चन आ रही है तो पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं। ऐसा करने से गणेशजी की कृपा से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं और अड़चन दूर होती है।
इस उपाय से बदलती है किस्मत
धन संबंधी समस्या से मुक्ति के लिए गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश के पूजन में घी और गुड़ का भोग लगाएं। बाद गणेश अर्थवशीर्ष का पाठ करें। पूजन करने के बाद घी और गुड़ गाय को खिला दें और फिर इच्छानुसार गरीब व जरूरतमंद को दान करें। ऐसा करने से कर्ज की समस्या खत्म होती है और धन के मार्ग प्रशस्त होते हैं। यह किस्मत बदलने का अचूक उपाय है।